मैं सिर्फ 8 साल का था जब मैंने पहली बार बल्ला उठाया। टेनिस क्रिकेट मेरे लिए क्रिकेट की दुनिया में कदम रखने का पहला मौका था, और यह तुरंत मेरी ज़िंदगी का हिस्सा बन गया। मैंने सपना देखा था कि मैं अगला सचिन तेंदुलकर बनूंगा—दुनिया मेरे छक्कों, चौकों और मेरी बल्लेबाज़ी की अनोखी शैली के…
